संगठन की इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए 41 वर्षीय ऐश्वर्या ने कहा कि यह एक रोचक अभियान है जिसके जरिए लोगों को गर्भनाल स्टेम कोशिकाओं के संरक्षण के लाभ से अवगत कराया जाएगा और उन्हें इससे जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह अभियान कई भाषाओं मसलन हिन्दी, मराठी, तेलुगु, तमिल और बांग्ला में चलाया जाएगा।
गर्भनाल कोशिका माता के शरीर से शिशु को जोड़े रखती है। गर्भ में बच्चे का पालन-पोषण इसी नाल के जरिए होता है। आजकल इस नाल को संरक्षित करने का प्रचलन है, क्योंकि बच्चे को भविष्य में होने वाली कई बीमारियों से बचाव के समय इसके प्रयोग से काफी लाभ होता है।