साथ ही प्रभाष को लगातार फोन और मैसेज आते रहे। प्रभाष ने सभी कॉल्स सुने और मैसेजेस का जवाब दिया। वे यह जानने में भी व्यस्त रहे कि लोग की फिल्म देख कर क्या प्रतिक्रिया है। लोगों का फिल्म के प्रति प्यार देख वे बेहद खुश हुए। प्रभाष की दिलचस्पी यह जानने में भी रही कि उनकी फिल्म अलग-अलग क्षेत्रों में कैसा व्यवसाय कर रही है। जाहिर सी बात है कि वे इतने व्यस्त रहे कि सोने का उन्हें विचार ही नहीं आया और 48 घंटे तक वे जागते रहे।