कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भारत को लॉकडाउन कर दिया गया है। जिसकी वह से हर कोई अपने घरों में कैद है, लेकिन सबसे ज्यादा मजदूर वर्ग परेशान है जो अपने घरों से दूर रह रहा हैं। हाल ही में एक दुखद घटना सामने आई थी जिसमें एक 12 साल की बच्ची की मौत हो गई थी।
12 साल की बच्ची अपने परिवार का पेट भरने के लिए बीजापुर के आदेड गांव से रोजगार की तलाश में तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी, जिससे रास्ते में ही डिहाइड्रेशन का शिकार होकर उस बच्ची की मौत हो गई। इस मामले को लेकर हाल ही में बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर ओनिर ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
ओनिर ने ट्वीट कर कहा, बाल मजदूरी लाखों बच्चों के लिए सच्चाई है, जिससे निपटने में हमारी सरकारें विफल रही हैं। यह शर्म की बात है एक 12 साल की बच्ची को अपने घर से 100 किलोमीटर दूर काम करना पड़ रहा है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, यह शर्म की बात है कि उसे घर से चलने की कोशिश करनी पड़ी, यह उसने 3 दिन तक किया, लेकिन नहीं कर पाई। यह शर्म की बात है कि एक 12 साल की बच्ची को मजदूरों की तरह अपने घर से 100 किलोमीटर की दूरी पर काम करना पड़ा। बाल मजदूरी उन लाखों बच्चों के लिए वास्तविकता है, जिससे निपटने में सरकारें विफल रही हैं।
बता दें कि बच्ची अपने ही गांव के कुछ लोगों के साथ रोजगार की तलाश में 2 महीने पहले मिर्ची तोड़ने तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी। लॉकडाउन लगने के बाद 16 अप्रैल को तेलंगाना से वापस ये अपने साथियों के साथ बीजापुर के लिए पैदल ही रवाना हुई। करीब 100 किमी का सफर पैदल ही तय कर 12 प्रवासी मजदूरों का दल 18 अप्रैल को बीजापुर के मोदकपाल तक किसी तरह पहुंच ही पाया था लेकिन घर से 14 किलोमीटर पहले ही बच्ची की मौत हो गई।