धर्मेन्द्र ने कहा, फिल्मों में करियर बनाने से पहले मैं गैराज में रहा करता था। मुंबई में मेरे पास रहने के लिए घर नहीं था। उस समय मैं ड्रिलिंग फर्म में काम किया करता था। मुझे सिर्फ 200 रुपए मिलते थे। इतने में मेरा गुजारा नहीं हो पाता था। इसलिए इसके बाद मुझे और पैसा कमाने के लिए ओवरटाइम करना पड़ा था।
धर्मेंद्र की प्रमुख फिल्मों में हकीकत, फूल और पत्थर, समाधि, ब्लैक मेल, शोले, प्रोफेसर प्यारेलाल, रजिया सुलतान, पुलिसवाला गुंडा, यमला पगला दीवाना और अपने शामिल हैं।