आमतौर पर फरहान शहरी किरदारों में ही नजर आते हैं, लेकिन इस फिल्म में उनका रोल उनकी अन्य फिल्मों से बिलकुल हट कर है और एक बार फिर उनका अभिनय सराहना के काबिल है। उनके द्वारा बिहारी किरदार के निभाने के फैसले को बहादुरी भरा बताया जा रहा है।
फरहान ने इस रोल के लिए काफी मेहनत भी की क्योंकि यह भूमिका उनके लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण थी। अपने किरदार और फिल्म की कहानी की मांग के लिए वे कैदियों से मिले। उनका लुक, बात करने का तरीका, बॉडी लैंग्वेज पर काम करने के बाद ही उन्होंने शूटिंग की।