यह जानकारी नेशनल जियोग्राफिक इंडिया ने फेसबुक पर साझा की है। इसके साथ पोस्ट वीडियो में फरहान कह रहे हैं, जब मैं छोटा था, तब नेशनल जियोग्राफिक मैगजीन इकट्टा करता था। ये मेरी पंसदीदा मैगजीन थी। हम एक मुद्दे पर बात करने जा रहे हैं। इस करार को आगे तक ले जाना चाहते हैं। उम्मीद है कि ये ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा। (वार्ता)