सनी देओल की 'गदर' का सीक्वल... क्यों बनना है मुश्किल?

सनी देओल की सोलह वर्ष पुरानी फिल्म 'गदर' इन दिनों चर्चाओं में है क्योंकि इस फिल्म को निर्देशित करने वाले अनिल शर्मा का कहना है कि गदर के व्यवसाय के मुकाबले बाहुबली 2 का व्यवसाय कुछ भी नहीं। यदि वर्तमान टिकट दर के अनुसार गदर का कलेक्शन जोड़ा जाए तो यह पांच हजार करोड़ रुपये होता है जबकि बाहुबली 2 ने 1500 करोड़ का आंकड़ा ही पार किया है। 
 
अनिल इस समय अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को लांच करने में लगे हुए हैं। उत्कर्ष को लेकर वे 'जीनियस' फिल्म बना रहे हैं। दूसरी ओर सनी देओल भी अपने बेटे करण देओल को लेकर 'पल पल दिल के पास' बना रहे हैं। करण का फिल्म इंडस्ट्री में जोरदार तरीके से स्वागत हुआ है। 
 
अनिल शर्मा से जब पूछा गया कि उन्होंने गदर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म का सीक्वल क्यों नहीं बनाया तो उनका कहना था कि इस फिल्म का सीक्वल नहीं बनाया जाना चाहिए, लेकिन इतनी मांग को देख वे गदर का सीक्वल बनाने की सोच सकते हैं। वे सीक्वल उत्कर्ष और सनी देओल को लेकर बनाएंगे। उत्कर्ष ने गदर में सनी के बेटे की भूमिका अदा की थी। 
 
अनिल ने बात तो कह दी है, लेकिन गदर का सीक्वल बनना मुश्किल है। अनिल और सनी अगले दो वर्षों तक अपनी फिल्मों में व्यस्त हैं। उसके बाद ही गदर का सीक्वल शुरू हो सकता है। उत्कर्ष की पहली फिल्म के बॉक्स ऑफिस परिणाम पर भी गदर के सीक्वल का भविष्य तय करेगा। 
 
सनी देओल की बतौर स्टार मार्केट वैल्यू ज्यादा नहीं है। गदर के समय की बात और थी। गदर जैसी ठोस‍ स्क्रिप्ट तैयार करना बेहद मुश्किल है। इन बातों को देख लगता है कि गदर का सीक्वल बनना मुश्किल है। अनिल ने सिर्फ यूं ही जवाब दे दिया है। 

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