मिर्जिया को राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने निर्देशित किया है जिनके नाम के आगे भाग मिल्खा भाग और रंग दे बसंती जैसी उम्दा फिल्में दर्ज हैं, लेकिन जिस तरह की स्क्रिप्ट और कहानी चुनी गई है उसके आधार पर कोई भी कह सकता था कि 'मिर्जिया' का क्या हश्र होगा। अब असफलता का ठीकरा फिल्म स्क्रिप्ट और राकेश के निर्देशन पर फोड़ा जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि अनिल कपूर इस प्रोजेक्ट से खुश नहीं थे। वे चाहते थे कि हर्षवर्धन ऐसी फिल्म से करियर शुरू करे जो कमर्शियल हो। पहले वह अपने आपको बॉलीवुड में स्थापित करे और फिर मनचाही फिल्म करे, लेकिन हर्षवर्धन ने अनिल की बात नहीं मानी।
हर्षवर्धन की शुरुआत बिगड़ गई है, हालांकि उन्हें दो-तीन फिल्में मिल गई हैं, लेकिन अब सफर थोड़ा मुश्किल हो गया है।