सोशल मीडिया पर वेब सीरीज को बायकॉट की मांग की जा रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी आरोप लगाया है कि फिल्म निर्माता ने जानबूझकर आतंकवादियों की मुस्लिम पहचान हिंदू नामों से छिपाने की कोशिश की है। इस सीरीज में आतंकवादियों के नाम भोला, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीख रखे गए हैं।
वहीं अब इस पूरे मामले में भारत सरकार भी एक्शन में आ गई है। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के कंटेंट हेड को दिल्ली में समन किया है। खबरों के अनुसार मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स इंडिया के कंटेंट हेड को मंगलावर को समन किया है और उनसे IC 814 के विवादास्पद पहलुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है।
कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने बीते दिन 'आईसी 814' को लेकर छिड़े विवाद पर दावा किया कि आतंकवादियों ने एक दूसरे के लिए नकली नामों का इस्तेमाल किया था और शो के लिए रिसर्च की गई थी। उन्होंने कहा, मैं अपहर्ताओं के नामों के बारे में बहुत सारे ट्वीट पढ़ रहा हूं। हमने उचित शोध किया। वे एक दूसरे को उन नामों से पुकारते थे। आप उन्हें जो भी नाम देना चाहें।
वहीं विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्लेन हाईजैक करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से थे। इनके नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सईद, सनी अहमद काजमी, जहूर इब्राहिम और शाकिर थे। भोला, शंकर, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीफ इन आतंकवादियों के कोडनेम थे।
बता दें कि 'IC 814' साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस की विमान संख्या 814 के अपहरण पर आधारित है। नेपाल के काठमांडू से चलकर दिल्ली को आने वाले इस विमान को उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद हाईजैक कर लिया गया था। विमान में चालक दल के साथ कुल 180 लोग सवार थे। विमान को हाईजैक करने के बाद पहले अमृतसर, फिर लाहौर होते हुए दुबई और फिर कंधार ले जाया गया था।