निर्माताओं के अनुसार, फिल्म में बेदी के जीवन के उस पक्ष को सामने लाया जाएगा जिससे अभी तक लोग अनजान हैं। इसकी कहानी उनके व्यक्तिगत तथा पेशेवर जीवन से जुड़ी चुनौतियों, उनके जुझारू व्यक्तित्व को पर्दे पर लाएगी।
किरण बेदी ने कहा, यह कहानी सिर्फ मेरी कहानी नहीं है। यह एक भारतीय महिला की कहानी है...एक भारतीय महिला जो भारत में पली-बढ़ी, भारत में पढ़ाई की, भारतीय माता-पिता से जिसकी परवरिश की। मेरी कहानी नौ साल की उम्र से शुरू हो गई जब मेरे पिता ने मुझसे कहा था, जीवन एक ढलान है, या तो आप ऊंचाई की ओर जाएंगे या नीचे आएंगे।
किरण बेदी 1972 में आईपीएस बनी थीं। वह देश की पहली महिला आईपीएस हैं। किरण बेदी ने मसूरी में स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन से अपनी आईपीएस ट्रेनिंग शुरू की थी। 80 पुरुष पुलिस अधिकारियों के बीच सिर्फ वहीं महिला आईपीएस अधिकारी थीं। 35 साल तक देश की सेवा करने के बाद साल 2007 में किरण बेदी ने रिटायरमेंट ले ली थी।