मनीषा ने हाल ही में अपनी इस किताब से पर्दा हटाया और किताब का मुखपृष्ठ सोशल मीडिया पर फैंस के साथ शेयर किया। साथ ही उन्होंने ट्वीट किया, कैंसर से उबरना जीवन को फिर से जीना और खुद को फिर से पाने का एक सबक है।
मनीषा ने इस किताब को नीलम कुमार के साथ मिलकर लिखा है। किताब का उपशीर्षक है 'कैंसर ने कैसे मुझे नई जिंदगी दी।' मनीषा को कैंसर से उबरे हुए छह साल हो गए हैं। इस बिमारी के दौरान आई निराशा, अनिश्चितता और भय को मनीषा ने इस किताब में बयां किया हैं।