सुशातं सिंह राजपूत को भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक से खास पहचान मिली थी। वह इस सुपरहिट फिल्म के सीक्वल के लिए भी काम करना चाहते थे, लेकिन उनके निधन ने सारी योजनाओं को ध्वस्त कर दिया है। धोनी के करीबी मित्र और फिल्म के सह निर्माता अरुण पांडे का कहना है कि अब इस फिल्म का सीक्वल सुशांत के बिना संभव नहीं है।
सुशांत सिंह राजपूत ने सुनहरे पर्दे पर धोनी के किरदार को जीवंत करने के लिए महीनों मेहनत की थी। इस फिल्म में रांची से निकले धोनी की विश्व कप विजय तक की यात्रा और संघर्ष को दिखाया गया है। इस फिल्म के लिए पूर्व भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे से सुशांत ने बल्लेबाजी, विकेटकीपिंग और हेलीकॉप्टर शॉट के गुर सीखे थे।
अरुण पांडे ने कहा, 'मैं, माही और सुशांत दिल्ली में धोनी के एयर इंडिया कॉलोनी मकान में गए थे। माही ने याद किया कि वह कहां बैठते थे, खाते थे तो सुशांत भी किरदार को महसूस करने के लिए ऐसा करता था। घर में ऐसा भी स्थान था, जहां माही जमीन पर लेटता था तो सुशांत ने भी ऐसा ही किया।'
अरुण पांडे ने कहा, सुशांत की मृत्यु के बाद फिल्म का सीक्वल बनाना संभव नहीं है। हम सुशांत के बिना इस फिल्म के सीक्वल के बारे में सोच भी नहीं सकते। उन्होंने कहा कि हम इस फिल्म के सीक्वल पर सोच रहे थे, लेकिन अब इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है।