'बाजीराव मस्तानी' जैसी ऐतिहासिक फिल्में बना चुके संजय लीला भंसाली अब एक और ऐतिहासिक फिल्म 'पद्मावती' लेकर आ रहे हैं। हाल ही में फिल्म का पहला लुक जारी हुआ है जिसमें ग्लैमरस एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, रानी के रूप में नज़र आ रही हैं।
राजपूतों पर बनाई गई इस फिल्म में रानी के त्याग से लेकर उनके प्रेम तथ्यों को भी दर्शाया गया है। इस बारे में राजपूत समुदाय के एक संगठन श्री राजपूत करणी सेना ने कहा कि अगर फिल्मकार संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती में तथ्यों को बिगाड़ा जाता है, तो वह इस फिल्म की स्क्रीनिंग का विरोध करेगी।
श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक और संस्थापक लोकेंद्र सिंह काल्वी ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले उन्हें भंसाली की टीम ने फिल्म देखने के लिए कहा था, लेकिन हमने उन्हें फिल्म को इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों को दिखाने के लिए कहा। उसके बाद से हमारी उनसे बात नहीं हुई।
कुछ समय पहले करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने 'पद्मावती' की टीम के लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया था, उपकरणों को तोड़ दिया था और फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किया था। उनका दावा था कि निर्माता फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से दर्शा रहे हैं।
काल्वी ने आगे कहा कि हम किसी भी कीमत पर फिल्म में गलत तथ्यों को दिखाए जाने की अनुमति नहीं देंगे। किसी भी किताब में यह नहीं लिखा कि 13वीं-14वीं सदी में दिल्ली सल्तनत के खिलजी वंश के एक शक्तिशाली शासक अलाउद्दीन खिलजी को पद्मावती से प्यार हुआ था या वह उनका प्रेमी था। वे ऐतिहासिक तथ्यों को बिगाड़ कर पद्मावती को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। यह स्वीकार्य नहीं है।