एक पॉडकास्ट के दौरान परिणीति चोपड़ा ने नेपोटिज्म और फेवरेटिज्म पर खुलकर बात की। एक्ट्रेस ने कहा, लोग नेपोटिज्म की बात करते हैं, लेकिन उन लोगों पर और ज्यादा दबाव होता है जिसका कोई इंडस्ट्री में होता है। उनकी वजह से आपको पहला मौका मिल जाता है लेकिन लोग स्टार का बच्चा सुपरस्टार की बहन कहते हैं।
परिणीति ने कहा, यदि आप काम अच्छा नहीं करेंगे तो दर्शक रिजेक्ट कर देंगे। यदि मेरी बहन (प्रियंका चोपड़ा) उस दिन यशराज फिल्म्स में शूटिंग न कर रही होती, जिस दिन मैं वहां मार्केटिंग की नौकरी पाने के लिए गई थी, तो वह मुझे नहीं मिलती।
उन्होंने कहा, मेरे घर से कोई एक्टर हैं, इसलिए मैं किसी फिल्म के सेट पर जा पाई, लेकिन बहन के स्टार होने से मुझे कोई फायदा नहीं हुआ, नहीं तो मेरी भी फिल्में चलती। दस सालों में मैंने बहुत बुरा वक्त देखा है। अगर प्रियंका चोपड़ा मेरी बहन है तो इसका कतई ये मतलब नहीं कि मुझे इस चीज का मेरे करियर में फायदा मिला है। ऐसा होता तो मेरी फिल्में फ्लॉप नहीं होती।
परिणीति ने कहा, अगर आप किसी फिल्मी परिवार से हैं या किसी के रिश्तेदार हैं तो आप पर प्रेशर डबल हो जाता है। ये जरूर हो सकता है कि आपको पहला चांस, पहला ऑडिशन या पहली मीटिंग आसानी से मिल जाए, लेकिन उसके बाद आपको खुद ही अपने आप को साबित करना पड़ता है। इंडस्ट्री में नेपोटिज्म वास्तविक हो भी सकता है और नहीं भी। लेकिन यहां फेवरेटिज्म जरूर चलता है।