बता दें कि पवनदीप राजन ने अरुणिता कांजीलाल, मोहम्मद दानिश, शन्मुख प्रिया, निहाल तारो और सायली कांबले को पीछे छोड़ते हुए यह ट्रॉफी अपने नाम की है। एक इंटरव्यू के दौरान पवनदीप ने कहा, वो ट्रॉफी जीतकर बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं।
एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में पवनदीप राजन ने कहा, आखिरी लम्हों में मैंने कुछ ज्यादा नहीं सोचा था। मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही चीज थी कि जो भी शो जीतेगा ट्रॉफी किसी न किसी एक दोस्त के पास ही आएगी। हम एक फैमिली हैं। जब मुझे ट्रॉफी मिली तो मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था क्योंकि सभी इसके हकदार थे।