राधिका आप्टे का मानना है कि डिजिटल स्पेस में फ्रीडम है। हालांकि इस मीडियम में काम करना कभी उनकी पसंद नहीं था। उन्होंने कई शॉर्ट फिल्म्स में काम किया है। इसके लिए उन्हें खासा पसंद भी किया गया है। वे नेशनल और रिज़नल दोनों इंडस्ट्री में काफी नाम कमा रही हैं। उन्होंने अहल्या, कृति, द कॉलिंग और स्टोरीज़ बाय रवींद्रनाथ टैगोर जैसी कई शॉर्ट फिल्म्स में काम किया है।
डिजिटल स्पेस में काम करने को लेकर राधिका का कहना है कि फिल्मों और डिजिटल स्पेस में काम करना भी वैसा ही है जैसा फिल्मों में काम करना, लेकिन डिजिटल मीडियम में निश्चित रूप से अधिक आज़ादी है। इसमें कोई सेंसरशिप नहीं है, इसलिए आप जो भी चाहते हैं उसे करने के लिए बहुत आज़ादी है और किसी चीज़ बारे में चिंता करने की ज़रुरत नहीं।