सेंसर से यूए सर्टिफिकेट मिलने के बाद फिल्म की लंबाई 2 घंटे 47 मिनट थी। निर्माता साजिद नाडियाडवाला, निर्देशक विशाल भारद्वाज और वायकॉम 18 के लोगों ने निर्णय लिया कि फिल्म को रिएडिट कर छोटा किया जाना चाहिए और फिल्म को 37 मिनट छोटा कर दिया। अब यह फिल्म 2 घंटे 10 मिनट की हो गई है।
आमतौर पर दोबारा एडिट करने पर ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट फिल्म को छोटा किया जाता है, लेकिन 37 मिनट लंबाई कम करना बहुत हिम्मत का काम है। संभव है कि कई अच्छे सीन फिल्म की बेहतरी के खातिर कम कर दिए हों। फिल्म से जुड़े लोगों का कहना है कि अब फिल्म पहले से ज्यादा चुस्त हो गई है और यह निर्णय मिल कर लिया गया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि फिल्म को मात्र 13 मिनट छोटा किया गया है।