एक अवॉर्ड शो के दौरान शाहरुख ने कहा था कि वो किसी भी अवॉर्ड शो मे इसलिए नहीं जाते कि उन्हें वहां से पैसा चाहिए या फेम चाहिए। उन्होंने कहा मुझे इसकी जरूरत नहीं है। शाहरुख ने कहा मैं यहां इसलिए आता हूं क्यूंकि मुझे लगता है कि मैं इस खुले स्टेज से अपने माता-पिता से बात कर पाऊंगा, वो जो आसमान में एक सितारा है वो मेरी मां है और जो दूसरा चमकता सितारा है वो मेरे पिता हैं।
उन्होंने कहा, मैं मुंबई इसलिए आया था क्योंकि यहां बहुत बड़ा स्टेज था। मेरे मां-बाप मेरी कामयाबी देखने से पहले ही इस दुनिया से रुख्सत हो गए, इसलिए मुझे लगता है कि मैं जब इतने बड़े स्टेज पर होता हूं तो मेरे पैरेंट्स मुझे यहां देख कर खुश होते होंगे। मैं अपने घर और बंद स्टूडियोज में से उन्हें शायद नहीं दिखता होऊंगा। इसलिए मैं इन खुले बड़े स्टेजों से उनसे बातचीत करने की कोशिश करता हूं।
बता दें कि शाहरुख के पिता ताज मोहम्मद खान पाकिस्तान से बंटवारे के बाद भारत आए थे। कैंसर से उनकी मृत्यु तब हुई जब शाहरुख महज 15 साल के थे। शाहरुख की मां लतीफ फातिमा खान ने भी 1990 में लंबी बीमारी के बाद इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। शाहरुख खान ने एक बार कहा था कि वह अपने पिता की दोस्ती को बहुत मिस करते हैं। उन्होंने कहा मेरे पिता की दोस्ती सभी भावनाओं से ऊपर और मेरे लिए अनमोल थी।