श्रुति ने पोस्ट में लिखा, मेरे साथ आप भी वर्कआउट करें। मैं कुछ वैसे हॉर्मोनल इशूज से जूझ रही हूं, जो बेहद खराब हैं और वह है पीसीओएस और एंडोमेट्रियॉसिस। महिलाएं जानती हैं कि इससे लड़ना काफी मुश्किल है, क्योंकि इस दौरान आपकी बॉडी में काफी हॉर्मोनल असंतुलन होता है। ब्लोटिंग की समस्या रहती हैं और मेटाबॉलिक बदलाव भी होते हैं।
उन्होंने लिखा, मैं कहना चाहती हूं कि इसे एक फाइट की तरह देखने की जगह मैंने इसे स्वीकार किया है। इसे बॉडी में एक नैचुरल मूवमेंट की तरह लिया है। इसके लिए मैं सही डायट ले रही हूं, अच्छी तरह सो रही हूं और वर्कआउट क इंजॉय कर रही हूं।