सोनम ने कहा, जब मैं 18 साल की उम्र में ही आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो गई थी, लेकिन बहुत सारे भारतीय बच्चों की तरह मैं अपने माता-पिता के साथ रहती थी। इसके अलावा, मुझे हमेशा उस तरह की स्वतंत्रता दी जाती थी, जहां आपको अपने फैसले खुद करने होते हैं। पिता हमेशा मुझे अपने जीवन के फैसले खुद लेने के बारे में बताते हैं और अगर निर्णय गलत होता है तो वो मुझे सिखाते हैं, समझाते हैं। वो कभी भी किसी पर ब्लेम नहीं लगाते हैं।