एक इंटरव्यू के दौरान सुनील ग्रोवर ने कहा था, लोगों को हंसाने के लिए पुरुषों का महिलाओं का किरदार निभाने का ट्रेंड तब तक चलते रहना चाहिए, जब तक ये दर्शकों को पसंद आ रहा है और आप उसे अच्छे से कर रहे हैं। पुरुषों के रूप में जुड़ने से आसान मेरे लिए यह है (महिला किरदार)। इसलिए मैं टीवी पर महिला बनकर आता हूं। मुझे महिला बनना बहुत ज्यादा पसंद है।
उन्होंने कहा था, मेरा मानना है कि महिला कलाकारों को भी पर्दे पर पुरुषों का किरदार निभाना चाहिए। मेरे लिए यह महिला या पुरुष जैसा कुछ नहीं है, जब तक आप अच्छे से कर रहे हैं, तब तक दर्शक हंसते रहेंगे। मेरे लिए सिर्फ किरदार मायने रखना है, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह महिला का है या पुरुष का।
बता दें कि कभी गुत्थी, कभी डॉक्टर मशहूर गुलाटी तो कभी संतोष भाभी बनकर फैंस का मनोरंजन करने वाले सुनील ग्रोवर की राह आसान नहीं थी। शुरुआती समय में सुनील ग्रोवर को काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ा। सुनील ग्रोवर की पहली कमाई सिर्फ 500 रुपए थी। इसका खुलासा खुद सुनील ग्रोवर ने किया था।