ऋचा चड्ढा के साथ मंच पर सुधीर मिश्रा, बॉबी बेदी, शूजीत सरकार, रजत कपूर, दीपा गहलोट और श्रीधर रंगायन जैसे दिग्गज मौजूद रहे। सभी ने मिलकर इंडी सिनेमा के भविष्य, चुनौतियों और नए अवसरों पर खुलकर चर्चा की।
उन्होंने आगे कहा, बजट और डिस्ट्रीब्यूशन जैसी दिक्कतें इंडी सिनेमा के सामने हैं, लेकिन अच्छी कहानियाँ नज़रिए बदल सकती हैं। यही कला की असली ताकत है।
वॉटरफ्रंट इंडी फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 2 से 6 अक्टूबर तक रंगशिला थिएटर, अराम नगर, वर्सोवा में होगा। यहां इंडी फिल्मों की स्क्रीनिंग, पैनल चर्चाएँ और मास्टरक्लास आयोजित की जाएंगी। फेस्टिवल की संस्थापक विंता नंदा ने कहा, WIFF का मकसद सिर्फ फिल्में दिखाना नहीं है, बल्कि अलग-अलग आवाज़ों को जोड़ना और स्वतंत्र कहानियों को मंच देना है।