परवेज टाक ने सभी की हत्या करके उनके शवों को मुंबई के इगतपुरी स्थित बंगले में ही गाड़ दिया था। इस घटना से पर्दा तब उठा था जब लैला के पिता ने मुंबई के ओशिवारा में किडनैपिंग का केस दर्ज करवाया था। हत्या के कुछ महीने बाद परवेज को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। शुरुआत में परवेज कह रहा था कि लैला और उसका परिवार दुबई में है लेकिन बाद में उसने कबूल कर लिया था कि उसने उन लोगों की हत्या कर दी है।
इस फिल्म के बाद लैला को केवल बोल्ड रोल ही मिलने लगे, जिससे उनकी इमेज काफी खराब हो गई। लैला बॉलीवुड की बी और सी ग्रेड की फिल्में करने लगीं और लगातार संघर्ष करती रहीं। लैला खान ना नाम आतंकवाद मामले में भी जुड़ा था। इसके बाद साल 2011 में उनकी हत्या हो गईं।