शाहरुख खान की हालत राजेश खन्ना जैसी हो रही है। वे यह मानने को तैयार ही नहीं हैं कि नंबर वन के सिंहासन से जनता ने उन्हें उतार दिया है। अभी भी वे अपने आपको किंग खान मानते हैं। राजेश खन्ना का भी यही हाल था। अमिताभ बच्चन आ गए और छा गए और काका का सिंहासन उन्होंने छीन लिया पर काका यह बात कभी नहीं मान सके।
भीड़ खींचने का जो माद्दा सलमान में है वो इस समय किसी भी बॉलीवुड सितारे में नहीं है। जैसी ही उनकी फिल्म रिलीज होती है सिनेमाघरों में भीड़ टूट पड़ती है। एक सप्ताह तो वे अपने नाम के बूते पर ही भीड़ खींच लेते हैं। यही सुपरस्टार की निशानी होती है। यह बात अब किंग खान में नहीं बची है। उनकी फैन ने जितना कारोबार किया है उससे तो सुलमान की सुल्तान दो या तीन दिन में ही आगे निकल जाएगी। अब शाहरुख के नाम पर वैसी भीड़ नहीं जुटती जैसी कि पहले जुटा करती थी।
शाहरुख और सलमान की यदि पिछली दस फिल्मों की तुलना की जाए तो सलमान मीलों आगे नजर आते हैं। सलमान तो क्या आमिर ने भी शाहरुख को पछाड़ रखा है। सुनते है इसी कारण किंग खान इन दिनों दबाव में हैं। वे तुरंत एक बड़ी सफलता चाहते हैं, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है।