सात लाख रुपये उन दिनों बहुत बड़ी रकम होती थी। सुपरस्टार राजेश खन्ना के पास भी एकमुश्त इतना पैसा नहीं था। राजेश फैसला लेते हैं कि जो भी फिल्म निर्माता उन्हें सबसे पहले साइन करने के लिए आएगा उसकी फिल्म सात लाख रुपये में वे साइन कर लेंगे और कहानी-स्क्रिप्ट पर ध्यान भी नहीं देंगे।