पान सिंह तोमर की कहानी

बैनर : यूटीवी मोशन पिक्चर्स
निर्माता : रॉनी स्क्रूवाला
निर्देशक : तिग्मांशु धुलिया
संगीत : अभिषेक रे
कलाकार : इरफान खान, माही गिल, विपिन शर्मा
रिलीज डेट : 2 मार्च 2012

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चम्बल में बैंडिट क्वीन की शूटिंग के दौरान तिग्मांशु धुलिया ने पान सिंह तोमर के बारे में सुना जो एक राष्ट्रीय स्तर का एथलीट था, लेकिन हालातों के कारण वह बागी बन गया और उसने बंदूक उठा ली। धुलिया ने फैसला कर लिया कि वे पान सिंह की कहानी को स्क्रीन पर पेश करेंगे। उन्होंने दो वर्ष तक इस पर काम किया और तोमर के परिवार से बातचीत की। वे भिंड भी गए।

पान सिंह का किरदार निभाने के लिए उन्होंने इरफान खान का चयन किया। एक धावक का किरदार निभाना इरफान के लिए आसान नहीं था और वे इसे स्वीकारते भी हैं। बाधा दौड़ की बारीकियां उन्होंने सीखी और कई बार उन्हें चोट भी लगी। यह फिल्म लंबे समय से तैयार है, लेकिन कई कारणों से रिलीज नहीं हो पाई। तिग्मांशु मानते हैं कि यह एक ऐसी कहानी है जिस पर समय का कोई असर नहीं हो सकता है।

एक छोटे शहर में रहने वाला पान सिंह तोमर स्टीपलचेज़ में लगातार सात वर्षों तक विजेता बनता है। वह नया कीर्तिमान बनाता है जो दस वर्ष बाद टूटता है। इसके बाद पान सिंह की जिंदगी में कुछ ऐसी घटनाएं घटती हैं कि वह एथलेटिक्स छोड़ बंदूक हाथ में उठा लेता है। मध्य भारत स्थित चंबल घाटी उसका ठिकाना बन जाता है। इमोशन और उतार-चढ़ाव से भरी ‘पान सिंह तोमर’ में दिखाया गया है कि आखिर उसे ये क्यों करना पड़ा।

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