बेजुबान इश्क की कहानी

बैनर : गंगानी मोश‍न पिक्चर
निर्माता : जशवंत गंगानी, सीजे गदारा, दिनेश लिखिया
निर्देशक : जशवंत गंगानी
संगीत : बबली हक, रूपेश वर्मा
कलाकार : मुग्धा गोडसे, स्नेहा उल्लाल, निशांत जरीवाला, फरीदा जलाल, सचिन खेडेकर, स्मिता जयकर
'बेजुबान इश्क' कहानी है सुहानी, स्वागत और रुमझुम के प्रेम की, जो कि आज के जमाने की है और पारंपरिक मूल्यों से सजी हुई है।
 
मुंबई की एक मॉडर्न लड़की है सुहानी, जो इन्टर्मिटेन्ट एक्स्प्लोजिव डिसॉर्डर से (आईईडी) से पीड़ित है। इसका दौरा आने पर इंसान गुस्से में आगबबूला हो जाता है और किसी भी हद तक जा सकता है। वह अपने पिता के बिजनेस पार्टनर के बेटे स्वागत से प्रेम करती है और जब उसके साथ होती है, तब बहुत ही शांत और खुश रहती है। 

स्वागत से सगाई की बात सुन सुहानी बहुत खुश हो जाती है, क्योंकि वह उससे प्यार करती है, पर स्वागत सिर्फ अपने परिवार की इच्छा को पूरा करने के लिए ही इस सगाई के लिए मानता है। उसके लिए सुहानी एक दोस्त से ज्यादा कुछ नहीं है। 

इस सगाई में सुहानी के पिता रश्मिकांत के बड़े भाई मुकेश अपनी विदेशी पत्नी और पारंपरिक देसी बेटी रुमझुम के साथ आते हैं। सगाई के बाद स्वागत, सुहानी और रुमझुम अपने दोस्तों के साथ राजस्थान घूमने चले जाते हैं। इस यात्रा में स्वागत और रुमझुम के बीच प्यार पनपने लगता है।

यह बात दोनों को पता होती है कि यह प्यार गलत है, क्योंकि स्वागत की सगाई सुहानी के साथ हुई होती है। फिर भी हर दिन उनकी नजदीकियां बढ़ने लगती है। आखिरकार अनचाहा दिन आ ही जाता है, जब सुहानी को उनके प्रेम में होने का शक होता है। उसे इस बात की बहुत ही ठेस लगती है और वो आत्महत्या करने की कोशिश करती है। इसके बाद स्वागत और रुमझुम तय करते हैं कि वो दोनों दूरियां बनाए रखेंगे।

स्वागत क्या सुहानी से विवाह करके अपना प्यारभरा जीवन बिताएगा? क्या रुमझुम को उसका प्यार स्वागत मिल जाएगा? फिल्म 'बेजुबान इश्क', अनकहे प्यार और सच्चे बलिदान की कहानी को दिखाएगी।

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