शोरगुल की कहानी

बैनर : ए 24 एफपीएस प्रोडक्शन
निर्माता : स्वतंत्र विजय सिंह, व्यास वर्मा
निर्देशक : जीतेन्द्र तिवारी, पी. सिंह 
संगीत : ललित पंडित, नीलाद्रि कुमार, अर्जुन नायर
कलाकार : जिमी शेरगिल, आशुतोष राणा, एजाज खान, संजय सूरी, हृषिता भट्ट
रिलीज डेट : 24 जून 2016 
 
शोरगुल एक राजनीति पर आधारित फिल्म है जिसमें एक हिंदु लड़के और मुस्लिम लड़की की मासूम सी दोस्ती राजनीति का अखाड़ा बन जाती है और पूरे राज्य में उथल-पुथल मच जाती है। 
 
एक गांव में चौधरी दबदबा रखने वाला जाट लीडर है जो किसानों के लिए हमेशा खड़ा रहता है। वह उनकी जाति, पैदाइश और धर्म को दरकिनार रख उनके साथ न्याय करता है। 
 
रंजीत ओम एक बदमाश और मौके का फायदा उठाने वाला विधायक है। मुश्किल खड़ी होती है जब चौधरी की न्यायप्रियता और जमीन हड़पने वाले कानून के प्रति उसकी लड़ाई ओम के इरादों के बीच आने लगती है। 
चौधरी का बेटा रघु और जैनब अच्छे दोस्त हैं। जैनब की सलीम से शादी होने वाली है। सलीम शांतिप्रिय और अंतर्मुखी लड़का है जिसे जैनब से बहुत प्यार है। 
 
रघु को भी जैनब से प्यार है परंतु वह अपनी सबसे अच्छी दोस्त को अपनी भावनाओं को कभी नहीं बताता। सलीम के चचेरे भाई मुस्तकीम को जैनब की एक हिंदु लड़के से दोस्ती पूरी तरह से नागवार है। वह दोनों के इरादों पर सवाल उठाता है और सलीम को भी शक्की बना देता है। 
 
मुस्तकीन धर्मांध है और उसे भड़ाकाना बेहद आसान है। वह राजनीतिक दुश्मनी का शिकार बनता है और भड़काने में आकर रघु की हत्या कर देता  है। वह ऐसा दिखाता है कि उसने जैनब को धर्मातंरण से बचा लिया और इसी के चलते उसे रघु की हत्या करनी पड़ी। 
 
स्थिति सांप्रदायिक हो जाती है और चौधरी के बेटे का मामला ओम उठाता है और इसे दो धर्मों के बीच लड़ाई का रूप दे देता है। मामला बिगड़ता जाता है और सारे देश में इसकी चर्चा होने लगती है। जैसे जैसे कहानी सामने आती है, हम सवाल करने लगते हैं कि राजनीति और धर्म के सामने मानवता कहां खड़ी है?  

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