जालंधर के खेल सामग्री निर्माताओं के एक संगठन स्पोर्ट्स फोरम के प्रमुख संजय कोहली ने बातचीत में कहा कि हमारी पुरानी मांग है कि खेल सामग्री पर लगाने वाले उत्पाद शुल्क ड्यूटी समाप्त कर दिया जाए, लेकिन केंद्र और राजग सरकारों ने अब तक इस पर कोई विचार नहीं किया है और न ही इसे समाप्त किया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र से उद्योग-धंधों को इस इस बात की आशा थी कि उत्पाद शुल्क को इस बजट में समाप्त कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं किए जाने से केवल निराशा ही हाथ लगी है। एक सवाल के जवाब में कोहली ने कहा कि खेल सामग्री पर दो फीसदी का शुल्क लगता है। हम इसे समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। ऐसे भी इसे खत्म कर देने से सरकार के राजस्व पर कोई असर नहीं पड़ेगा।