बजट में बिहार और किसानों की अनदेखी से निराशा : नीतीश
सोमवार, 29 फ़रवरी 2016 (20:15 IST)
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार के वर्ष 2016-17 के आम बजट में भी बिहार और किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस बजट को पास मार्क्स भी देना मुश्किल है।
कुमार ने बजट में बिहार की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के लिए प्रधानमंत्री ने जो विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी उसके लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है जिससे राज्य के लोगों को घोरनिराशा हुई है। उन्होंने कहा कि यह बिहार के साथ केन्द्र सरकार के भेदभाव को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तो प्रस्तावित राशि के आवंटन पर ध्यान नहीं दिया गया, वहीं दूसरी ओर राज्यों पर 40 प्रतिशत तक का अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया है, जो उचित नहीं। उन्होंने कहा कि बजट से किसानों को भी निराशा हुई है। इस बार के बजट में भी उनका बोनस गायब है।
नरेन्द्र मोदी ने वादा किया था कि केन्द्र में उनकी सरकारबनने पर किसानों को उनके उत्पादन लागत पर 50 प्रतिशत जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाएगा। कुमार ने मोदी सरकार ने कालेधन के मुद्दे पर भी जनता के साथ धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस बजट को पास मार्क्स भी देना मुश्किल है।
इस बीच राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी बजट में किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि बजट में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाने की बात कही गई है, लेकिन वित्तमंत्री को बताना चाहिए कि इसके लिए कौनसा ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है और इसकी क्या गारंटी है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो ही जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि किसानों को इतना लंबा इंतजार क्यों करना पड़ेगा और यह कार्य 2018 तक क्यों नहीं किया जा सकता।
यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का कार्यकाल 2019 तक का है लेकिन जो बजट 2022 तक का दिया गया है। उन्हें यह बताना चाहिए कि आखिर उनकी सरकार को 2022 तक का कार्यकाल किसने दे दिया है।
उन्होंने कहा किमोदी सरकार किसानों से झूठा वादा कर रही है, जब वह 2022 तक सत्ता में ही नहीं रहेगी, तब वह 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी कर देने का वादा कैसे कर सकती है। दरअसल, यह बजट नहीं, बल्कि मोदी सरकार का एक विजन डॉक्यूमेंट भर है।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार से बिहार के लोगों को काफी उम्मीदें थीं लेकिन इस बजट में राज्य के लिए घोषित विशेष पैकेज का कोई जिक्र नहीं है। बिहार की जनता के साथ एक बार फिर से धोखा किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से देश में महंगाई बढ़ेगी और मध्यम वर्ग के लोग परेशान होंगे।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सौ प्रतिशत फेल है और वह सिर्फ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) वाली विचारधारा में पास हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव की चिंता अभी से भाजपा को सताने लगी है इसलिए अब वे किसानों की बात करने लगे हैं लेकिन अब कोई उनके बहकावे में आने वाला नहीं है। (वार्ता)