कम्प्यूटर हार्डवेयर- तकनीकी ज्ञान से बनाएं कैरियर

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भारत ‍सहित पूरी दुनिया में कम्प्यूटर का उपयोग हर क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन दिन बढ़ता जा रहा है। मानव द्वारा किए जाने वाले कार्य अब कम्प्यूटर करने लगे हैं। चाहे सार्वजनिक क्षेत्र हो या निजी या बड़ी कॉर्पोरेट कं‍पनियां। इसके बढ़ते प्रचलन ने युवाओं के लिए करियर की संभावनाएं भी उज्जवल की हैं।

कम शैक्षणिक योग्यता हो या डिग्रीधारी, कम्प्यूटर का ज्ञान रखने वाले हर व्यक्ति के लिए रोजगार के लिए सुअवसर हैं।
कम्प्यूटर एक मशीन है। इसके पार्ट्‍स जैसे की-बोर्ड, चिप, हार्ड डिस्क, मॉनिटर, सर्किट बोर्ड्‍स को हार्डवेयर कहा जाता है। इनका रखरखाव व सुधार करने वाले विशेषज्ञों को हार्डवेयर इंजीनियर कहते हैं।

इस अंतर्गत कम्प्यूटर के हिस्सों की मरम्मत, कम्प्यूटर को असेंबल करना, नेटवर्क तैयार करना आदि कार्य आते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना भी कम्प्यूटर हार्डवेयर के कार्य के अंतर्गत आता है। कम्यूटर हार्डवेयर के कोर्स कर युवा इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।

इन कोर्सों को करने के बाद कंपनियों में या कम्प्यूटर हार्डवेयर का निजी व्यवसाय भी शुरू किया जा सकता है। कम्प्यूटर हार्डवेयर के शॉर्ट और लांग टर्म दोनों तरह के कोर्स किए जा सकते हैं। कम्प्यूटर के हार्डवेयर कोर्स के लिए ‍न्यूतम योग्यता 12वीं उत्तीर्ण है। स्नातक करने वाले युवा इसमें लांग टर्म कोर्स भी कर सकते हैं।

कम्प्यूटर हार्डवेयर की ट्रेनिंग में कम्प्यूटर के पुर्जे से सीडीरोम, हार्ड डिस्क, मदरबोर्ड, की-बोर्ड, माउस आदि को सुधारने का प्रशिक्षण दिया जाता है।

कम्प्यूटर हार्डवेयर में वेतनमान क्वालिफिकेशन और स्किल पर निर्भर करता है। कम्प्यूटर हार्डवेयर में अच्छी दक्षता प्राप्त करने के बाद आप 15 हजार से 30 हजार रुपए तक सेलरी पा सकते हैं। कम्प्यूटर हार्डवेयर का कोर्स करने के बाद स्वयं का व्यवसाय भी शुरू किया जा सकता है।

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