ट्रिनबागो के सामने 155 रन का लक्ष्य था जो उसने सिमन्स (49 गेंदों पर नाबाद 84) और ब्रावो (47 गेंदों पर नाबाद 58) के बीच तीसरे विकेट के लिए 138 रन की अटूट साझेदारी से 11 गेंद शेष रहते ही हासिल कर दिया। ट्रिनबागो को इस पूरे टूर्नामेंट में दबदबा इस कदर रहा कि उसने खिताब जीतने तक एक भी मैच नहीं गंवाया जो सीपीएल में नया रिकॉर्ड है। उसने खिताबी जीत अपने प्रमुख खिलाड़ी सुनील नारायण के बिना दर्ज की जिन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं दी गई थी।
मैच का टर्निंग प्वाइंट 17वां ओवर रहा जिसे अफगानिस्तान के बायें हाथ के स्पिनर जाहिर खान ने किया। इस ओवर में 23 रन बने। इससे पहले ट्रिनबागो को 24 गेंदों पर 41 रन चाहिए थे लेकिन ब्रावो के दो छक्कों और सिमन्स के एक छक्के ने तस्वीर बदल दी। ऐसे में सेंट लूसिया के सबसे प्रभावशाली गेंदबाज स्कॉट कूगलीन का भी अपने गेंदों पर नियंत्रण नहीं रहा। सिमन्स ने उन पर एक छक्का और चौका लगाया। इस ओवर में भी 16 रन बने। ब्रावो ने 19वें ओवर की पहली गेंद पर विजयी चौका जड़कर स्कोर 2 विकेट पर 157 रन पर पहुंचा दिया। सिमन्स ने अपनी पारी में 8 चौके और 4 छक्के जबकि ब्रावो ने 2 चौके और 6 छक्के लगाए।
इससे पहले ट्रिनबागो के कप्तान पोलार्ड ने सेंट लूसिया को अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठाने दिया। एक समय सेंट लूसिया का स्कोर एक विकेट पर 77 रन था लेकिन पोलार्ड ने 30 रन देकर 4 विकेट लेकर विकेटों का पतझड़ लगा दिया। सेंट लूसिया की टीम 19.1 ओवर में 154 रन पर सिमट गई। सेंट लूसिया की तरफ से मार्क डेयल (29), आंद्रे फ्लैचर (39) और रोस्टन चेज (22) अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए।