अरुण जेटली : शनि दिलाएगा राज्य सुख

ND

अरुण जेटली की कुंडली में प्रथम भाव में सूर्य स्थित होने से अरुण को दीर्घसूत्री स्वभाव वाला बनाता है एवं जिस राशि पर सूर्य विद्यमान है उसके प्रभाव से धनी एवं लोकविख्यात है।

अरुण जेटली की सूर्य स्थिति (कुंडली अनुसार) जेटली को पितृ प्रवृत्ति का बनाती है। धन में उतार-चढ़ाव बहुत रहता है। परंतु गुरु राशि में स्थित होने से प्रभाव कम होता है। कुंडली में चंद्र स्थिति अरुण को अच्‍छी भूमि का स्वामी बनाती है एवं इसके प्रभाव से विपक्षी पर विजय प्राप्त करने में सक्षम रहते हैं।

वृषभ राशि का चंद्रमा होने से दानी एवं क्षमाशील बनाता है। इसी के साथ भौम की स्थिति परिवार अथवा अपने मिलने वालों से सहयोग कम प्राप्त होने के योग बनाता है। भौम शनि की राशि कुंभ में विराजमान होने से मिथ्यावादी बनाता है। अत: अपने भाषण में अथवा जीवन में इसका ध्यान रखें। इसी के साथ शिव आराधना करें। कुंडली में बुध की स्थिति जेटली को शत्रु पर विजय पाने वाला बना रही है एवं हर प्रकार के सुख वैभव को प्राप्त कराती है। गुरु राशि में विराजमान रहने से धनी एवं सुखी बनाता है।

WD
स्वयं से ज्यादा गृहस्थी के भाग्य का सुख मिलता है। शुक्र की स्थिति के कारण धन सुख, बंधु-बांधव का सुख असंतुष्ट महसूस करता है। अर्थात सब सुख होने पर भी व्यक्ति पूर्ण संतुष्ट नहीं रहता है। दान देने में घबराता है एवं स्त्री से कम अनुराग रखता है। अरुण जेटली की कुंडली में शनि राज्य सुख का अधिकार दिलाने वाली स्थिति में शनि विराजमान है एवं धन में स्थिरता लाता है। शनि मन को स्थिर बनाने की स्थिति में शनि विराजमान है। राहु का प्रभाव अरुण जेटली को निर्भय बनाता है एवं विपक्षी को पराजित करने की क्षमता बढ़ाता है।

केतु की स्थिति गुप्त रोग की ओर संकेत करती है। अत: ध्यान देना चाहिए अरुण जेटली का जन्म सूर्य की महादशा में हुआ जिसका भाग्यकाल 1 वर्ष 9 माह 14 दिन रहा। वर्तमान में जेटली को शनि की महादशा चल रही है जो 12/10/2005 से 12/10/2024 अर्थात 19 वर्ष तक चलेगी। अभी शनि महादशा में बुध की अंतरदशा 15/10 /2011 तक चलेगी। अत: अरुण जेटली को श्री गणेश आराधना करना चाहिए एवं स्नान में कुट का प्रयोग करना चाहिए।

24/6/2011 से 3/8/2012 तक केतु की महादशा रहेगी। वर्तमान में बुध अंतरदशा में केतु की प्रत्यंतरदशा चल रही है जो 3/3/09 से 29 अप्रैल 2009 तक रहेगी। अरुण जेटली को हमेशा अपनी गतिविधि को स्वयं के निर्णय पर करना चा‍हिए। वर्तमान में भावुकता से काम न लें।

अप्रैल 09 अंतिम सप्ताह से जून मध्‍य तक अपने कार्य की सफलता से प्रसन्न रहेंगे। जून से जुलाई समाप्ति तक मित्रों की गतिविधि से मानसिक तनाव बढ़ेगा। किसी भी विवाद में न पड़ें, उलझ सकते हैं। नया व्यक्ति प्रलोभन देकर विश्वासघात कर सकता है। पुराने विवाद इस वर्ष निपटाने में सफलता प्राप्त होगी। दिसंबर से जनवरी तक कार्य में रुकावट आने से व्यर्थ परेशान रहेंगे। अरुण जेटली पुखराज, मूँगा एवं माणक पेंडल धारण करें।