पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारत आते ही जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था। आप सबको सैल्यूट करना चाहता था। सैल्यूट आपके परिश्रम को, सैल्यूट आपके धैर्य को, सैल्यूट आपकी लगन को, सैल्यूट आपके जज्बे को। आप देश को जिस ऊंचाई पर लेकर गए हैं, ये कोई साधारण सफलता नहीं है। ये अनंत अंतरिक्ष में भारत के वैज्ञानिक सामर्थ्य का शंखनाद है।
चंद्रयान 3 सफलता का जश्न मनाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरी आंखों के सामने 23 अगस्त का वह दिन, वह एक-एक सेकंड बार-बार घूम रहा है। जब टच डाउन कंफर्म हुआ तो जिस तरह यहां ISRO सेंटर में, पूरे देश में लोग उछल पड़े, वह दृश्य कौन भूल सकता है। कुछ स्मृतियां अमर हो जाती हैं। वह पल अमर हो गया।
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया, भारत की सांइटिफिक स्पिरिट का, हमारी टेक्नोलॉजी का और हमारे साइंटिफिक टेंपरामेंट का लोहा मान चुकी है।
पीएम मोदी ने कहा कि हर भारतीय को लग रहा था कि विजय उसकी अपनी है। हर भारतीय को लग रहा था जैसे वह खुद एक बड़े एक्जाम में पास हो गया है। आज भी बधाइयां दी जा रही हैं, संदेशे दिए जा रहे हैं और ये सब मेरे देश के वैज्ञानिकों ने मुमकिन बनाया है। मैं आपका जितना गुणगान करूं, कम है, जितनी सराहना करूं, कम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रमा के जिस हिस्से पर हमारा चंद्रयान उतरा है, भारत ने उस स्थान के भी नामकरण का फैसला लिया है। जिस स्थान पर चंद्रयान-3 का मून लैंडर उतरा है, अब उस Point को 'शिवशक्ति' के नाम से जाना जाएगा।