ब्रिटेन से लौटे 14 और लोग वायरस के नए 'स्ट्रेन' से संक्रमित, कुल मामले बढ़कर 20 हुए
गुरुवार, 31 दिसंबर 2020 (00:01 IST)
नई दिल्ली। ब्रिटेन से भारत लौटे 14 और लोग सार्स-कोव-2 के नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमित पाए गए हैं जिससे देश में अब तक सामने आए इस तरह के मामलों की कुल संख्या 20 हो गई है। पश्चिम बंगाल और उत्तरप्रदेश में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। सतर्कता बरत रही सरकार ने ब्रिटेन और भारत के बीच यात्री उड़ानों पर अस्थाई रोक 7 जनवरी तक एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दी तथा कहा कि इसके बाद सेवाएं 'कड़े नियमों' के साथ शुरू होंगी।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक और पंजाब जैसे राज्यों में ब्रिटेन से लौटे कुछ लोगों का पता नहीं लगाया जा सका है और इन लोगों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र ने 25 नवंबर से 23 दिसंबर की मध्य रात्रि तक भारत पहुंचे लगभग 33,000 यात्रियों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराए जाने तथा संक्रमित नमूनों को 'जीनोम सीक्वेंसिंग' के लिए भेजने का पिछले सप्ताह निर्देश दिया था।
नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए सरकार ने अब नौ से 22 दिसंबर तक भारत पहुंचे और कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए या लक्षणयुक्त पाए गए सभी यात्रियों के नमूने 'जीनोम सीक्वेंसिंग' के लिए भेजने का निर्देश दिया है। विशेषज्ञों ने उल्लेख किया है कि अब तक यह नहीं पाया गया है कि नया स्ट्रेन बीमारी की गंभीरता को बढ़ा देता है, यद्यपि यह काफी अधिक संक्रामक है।
कोरोनावायरस के नए प्रकार के संक्रमण के कम से कम 6 मामले सोमवार को सामने आए। राज्यों के अधिकारियों के अनुसार ब्रिटेन से लौटे लोगों में पश्चिम बंगाल में एक और उत्तरप्रदेश में 2 मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में जांच के दौरान कोरोनावायरस के नए प्रकार के आठ मामले पाए गए हैं। आधिकरिक सूत्रों ने कहा कि इन आठ लोगों में से एक महिला दिल्ली से ट्रेन के जरिए आंध्रप्रदेश चली गई और 7 अन्य राष्ट्रीय राजधानी स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में क्वारंटाइन में हैं।
मंत्रालय ने कहा कि कल्याणी (कोलकाता के पास) स्थित 'नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स' (एनआईबीएमजी) में एक मामला, पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक मामला, बेंगलुरू के राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में 7 मामले, हैदराबाद के कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में 2 मामले तथा दिल्ली के जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान (आईजीआईबी) में वायरस के नए स्ट्रेन का एक मामला सामने आया है।
उत्तरप्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि मेरठ और गौतमबुद्ध नगर में 2 मामले पाए गए हैं तथा उनके संपर्क में आए लोगों के नमूने भी लिए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का बेटा दस दिन पहले लंदन से लौटने के बाद कोरोनावायरस के नए प्रकार से संक्रमित पाया गया है। अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इस युवक का कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी विभाग में इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे पर इस युवक के संपर्क में आए 6 और लोगों के नमूनों का जीनोम विश्लेषण किया जा रह है। अधिकारी ने कहा कि इस युवक को कोई गंभीर समस्या नहीं है और फिलहाल वह ठीक है। वहीं, तमिलनाडु में ब्रिटेन से लौटे 20 लोग और उनके संपर्क में आए 20 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिनका पृथक वार्डों में इलाज चल रहा है। सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है।
भारत सहित 40 से अधिक देशों ने ब्रिटेन से आने वाली और वहां जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है।
नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच विमान सेवाएं 7 जनवरी तक स्थगित रहेंगी तथा इसके बाद 'कड़े नियमों' के तहत इनका संचालन किया जाएगा। विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वायरस के ज्यादा संक्रामक नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने की वजह से यूरोपीय देश और भारत के बीच विमानों की आवाजाही 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्थगित रहेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के भारत-ब्रिटेन के बीच विमान सेवाएं 7 जनवरी तक स्थगित करने का सुझाव देने के बाद पुरी ने यह घोषणा की। पुरी ने ट्वीट किया कि ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही को 7 जनवरी 2021 तक स्थगित करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद कड़े विनियमित तरीके से इसका संचालन शुरू किया जाएगा जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी। ब्रिटेन में भारतीय छात्रों ने बुधवार को सरकार से आग्रह किया कि वह उड़ानों पर मौजूदा प्रतिबंधों के बीच असाधारण परिस्थितियों में आपातकालीन यात्रा विकल्पों पर विचार करे।
लंदन में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि वह किसी भी आपातकालीन वीजा आवश्यकता के लिए तैयार है, लेकिन उड़ानों पर प्रतिबंध के दौरान किसी के लिए भी भारत की यात्रा करना एक चुनौती होगा। (भाषा)