स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,187 हो गई है। मंत्रालय की ओर से सुबह 8 बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु और गुजरात में कोविड-19 के 1-1 मरीज की मौत हुई।
पिछले साल 5 दिसंबर तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक तक पहुंच गई थी, लेकिन ठंड और वायरस के नए उपस्वरूप 'जेएन.1' के कारण मामलों में तेजी आई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 5 दिसंबर के बाद 1 दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक नए मामलों की संख्या 31 दिसंबर 2023 को 841 दर्ज की गई, जो कि मई 2021 में दर्ज सर्वाधिक मामलों का 0.2 प्रतिशत था।
92 प्रतिशत मरीज घर पर उपचाररत : कोविड-19 के उपचाराधीन कुल 4,187 मरीजों में से 92 प्रतिशत मरीज घर पर ही रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं। इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि मौजूदा समय में उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि 'जेएन.1' उपस्वरूप की वजह से न तो नए मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है और न ही अस्पताल में भर्ती होने वालों तथा मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है।
डेल्टा स्वरूप से बेहद भयावह स्थिति बनी : देश में कोरोनावायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण अप्रैल-जून 2021 में महामारी की स्थिति बेहद भयावह हो गई थी और उस दौरान 7 मई 2021 को देश में 1 दिन में संक्रमण के 4,14,188 नए मामले सामने आए थे और 3,915 मरीजों की मौत हुई थी।
5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत : वर्ष 2020 की शुरुआत से अब तक लगभग 4 वर्ष में देशभर में कोरोनावायरस से लगभग साढ़े 4 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा इससे 5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार अब तक संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक हो गई है और इस संक्रमण से ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 220.67 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।(भाषा)