गुवाहाटी। कहावत है कि 'नाम में क्या रखा है?', लेकिन जब बात कोरोनावायरस महामारी से जुड़ी हो तो नाम भी बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। असम के दरंग जिले में अधिकारियों को यह बात तब समझ में आई, जब नाम में समानता की वजह से ठीक हुए मरीज की जगह गलती से संक्रमित मरीज को ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि यह घटना 2 दिन पहले की है, जब मंगलडोई सरकारी अस्पताल में अधिकारी ठीक हो चुके 14 मरीजों को छुट्टी देने के लिए उनके नाम पुकार रहे थे। उन्होंने कहा कि अपने जैसा नाम सुनकर कोविड-19 संक्रमित एक मरीज आगे आ गया जबकि वास्तव में बीमारी से ठीक उसी के गांव दलगांव सियालमारी से दूसरा व्यक्ति हुआ था।
उन्होंने कहा कि संयोग से शुक्रवार को हुई कोविड-19 जांच में उस व्यक्ति में भी संक्रमण नहीं मिला जिसके बाद उसे भी उस व्यक्ति के साथ ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जिसकी जगह वह गलती से चला गया था। अस्पताल अधिकारियों ने कहा कि मिलते-जुलते नाम की वजह से और मरीजों के चेहरे मास्क से ढंके होने की वजह से यह गलती हुई।
स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि असम में अब तक संक्रमण के 3,600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 2,000 से ज्यादा मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। (भाषा)