त्रिपाठी ने बताया है कि इस कॉल सेंटर में मुख्य रूप से कोरोना के संदिग्ध मरीज़ों से संबंधित सूचनाएं दी जा सकेंगी। यदि किसी के परिवार या मोहल्ले या जान-पहचान में किसी व्यक्ति को कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण दिख रहे हैं और उसका उपचार नहीं हुआ है, तो उसकी जानकारी इस कॉल सेंटर में दी जा सकती है।