बोर्ड का कहना है कि एक अप्रैल को जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी, उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। उसने कहा कि एक अप्रैल को परिपत्र जारी कर पहले ही फैसला लिया जा चुका है कि दसवीं और 12वीं के बोर्ड के बचे हुए पेपरों की परीक्षा के बारे में निर्णय विचार विमर्श कर लिया जाएगा और 10 दिन का समय दिया जाएगा।