भोपाल। मध्यप्रदेश में सबसे अधिक मामलों के साथ देश भर में कोरोना हॉटस्पॉट के रुप में पहचाने वाले शहर इंदौर में महामारी के फैलने के पीछे प्रशासन की चूक जिम्मेदार मानी जा रही है। पहले से ही सवालों के घेरे में आए प्रशासन की कार्यप्रणाली पर अब खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सवाल उठा दिए है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ शब्दों में कहा कि मुझे लगता है कि इंदौर में देर हुई है। उन्होंने कहा कि 23 मार्च की रात में मुख्यमंत्री बना तब से इंदौर में लगातार कार्रवाई जारी है।
उन्होंने कहा कि इंदौर में जिला प्रशासन को बदलने का काम भी किया गया और अब वहां आवश्यक व्यवस्था बना ली गई है। कोरोना के लक्षण मिलने पर तत्काल टेस्टिंग कराई जा रही है और यह बीमारी को फैलने से रोकने के लिए जरुरी है किए पॉजिटिव केसों का पता चले। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको विश्वास है कि जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण कर लेंगे।
वहीं इंदौर में डॉक्टरों पर हमले करने वालों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंसान ही मानवता का दुश्मन बताया है। उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री के सख्त तेवरों के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई भी कर उनको जेल भेद दिया है।
वहीं बाहर के प्रदेशों पे पलायन कर लौटे मजूदरों के सवाल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के जो मजदूर दूसरे राज्यों में है उनके लिए संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करके उनके रहने-खाने और अन्य व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही प्रदेश लौटने वाले सभी मजदूरों को मुफ्त में राशन दिया जा रहा है और उनको आइसोलेशन में रखा जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज ने कोरोना के बीच मरकज जैसे आयोजन को अपराध बताया है।