देश में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर लगातार बढ़ते केस के बढ़ने के बाद कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट और तीसरी लहर को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे है। इन सवालों को लेकर वेबदुनिया ने भोपाल एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर सरमन सिंह से खास बातचीत की।
डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते तीसरी लहर आएगी?- भोपाल एम्स निदेशक डॉक्टर सरमन सिंह डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते कोरोना की तीसरी लहर के आने के सवाल पर कहते हैं कि वायरस में नए म्यूटेंट होते है तो नई लहर आती है। अगर तीसरी लहर आती है तो उसके लिए डेल्टा प्लस वैरिएंट होगा या कोई और वैरिएंट यह देखना होगा क्योंकि जीनोम सीक्वेंसिंग लगातार हो रही है और जैसे-जैसे डाटा आ रहा है वायरस में नए-नए म्यूटेंट पता चल रहे है। वहीं एम्स निदेशक कहते हैं कि नए वैरिएंट के साथ-साथ अगर हम कोविड प्रोटोकॉल को लेकर वैसी ही लापरवाही करेंगे जैसी जनवरी-फरवरी में की थी तो कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है।
डेल्टा प्लस,डेल्टा वैरिएंट से अधिक घातक?-कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वैरिएंट,डेल्टा वैरिएंट की तुलना में अधिक तेजी से लोगों को संक्रमित कर सकता है यह कहना है भोपाल एम्स के डायरेक्टर सरमन सिंह का। वह कहते हैं कि डेल्टा प्लस वैरिएंट की घातकता और संक्रमित करने की क्षमता को लेकर अभी डाटा आ रहा है और इसका एनलिसिस होना बाकी है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट भी डेल्टा वैरिएंट की तरह ही घातक और तेजी से संक्रमित करने वाला है। यह भी हो सकता है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट की संक्रमित करने की क्षमता और ज्यादा हो। डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर यूरोपीयन देशों और देश में जो मामले सामने आए है उनको लेकर स्टडी हो रही है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण और बचाव क्या है?- कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति में सामान्य लक्षण वहीं रहेंगे जो कोरोना के होते है। जिनमें जुकाम, बुखार, सूखी खांसी, बदन दर्द, डायरिया और आंखों का लाल आदि शामिल है। इसको हमको समझना होगा कि कोरोना वायरस में चाहें जितने म्यूटेशन हो जाए,इससे उसके साइज में कोई फर्क नहीं पड़ता है इसलिए अगर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना है तो हमको मास्क का प्रयोग करना होगा और भीड़भाड़ से बचना होगा।
कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से मास्क सबसे प्रभावी तरीके से बचाएगा। वह कहते हैं कि मैं हमेशा कहता हूं कि मास्क एक सोशल वैक्सीन है। कोरोना वायरस का चाहे अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा या डेल्टा प्लस वैरिएंट हो सभी से मास्क प्रभावी तरीके से बचाएगा।
कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के ट्रांसमिशन के रूट में कोई अंतर नहीं आएगा। वह कहते हैं कि इस तरह के रेस्पिरेटरी वायरस हवा के जरिए नाक और मुंह के जरिए लोगों को संक्रमित करते हैं और डेल्टा प्लस वैरिएंट भी इस तरह से लोगों को संक्रमित करेगा।