कोरोना (Corona) काल में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं जो कठोर से कठोर व्यक्ति को भी झकझोर रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की बात करने वाली सरकार के पैरोकार ही इसका ध्यान नहीं रख पा रहे हैं। वहीं, मुंबई, पुणे, सूरत आदि इलाकों से अपने मूल घरों की ओर लौट रहे लोग रास्ते में हादसों का शिकार भी हो रहे हैं।
मध्यप्रदेश के बड़वानी में एक अलग ही दृश्य दिखाई दिया, जहां सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ीं। दअरसल, मध्यप्रदेश सरकार मजदूरों के लिए बसों से जाने की व्यवस्था कर रही है, लेकिन उन बसों में मजदूरों को खचाखच भरा जा रहा है। नरेन्द्र मोदी द्वारा कही गई 2 गज की दूरी तो छोड़िए लोगों के बीच 2 इंच की दूरी भी नहीं है।
बड़वानी में मजदूरों को चिलचिलाती धूप में बसों की छत पर तक बिठा दिया गया। 32 सीटर बस में अंदर व छत पर लगभग 60 से 70 मजदूरों को बैठा दिया गया। हालांकि फिर प्रशासन का कहना है कि हमने समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने।
बस पलटी, 3 नाजुक : दूसरी ओर, नरसिंहपुर के करेली रोड पर एक दर्दनाक दृश्य सामने आया, जहां बराझ गांव के पास मजदूरों से भरी एक बस पलट गई। बस में पुरुष, महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 50 लोग थे। सभी मजदूर