पौड़ी गढ़वाल। पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में स्थित गंगापुर विद्यालय में 6 शिक्षकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें 4 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी में कोरोनावायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से ही विद्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की जांच की।
यमकेश्वर प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि गंगा भोगपुर विद्यालय में तैनात 6 शिक्षकों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद विभाग की टीम को विद्यालय में भेजा गया, जहां 102 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के सैंपल जांच के लिए लिए गए हैं। संक्रमित सभी शिक्षकों को आइसोलेट किया गया है। चिकित्सा दल में संजय सिंह, ऋषभ घनसाला व कल्पना शामिल रहे।
कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण दर घटकर 2 प्रतिशत से भी कम रह गई है। राज्य में कोरोना के आंकड़ों का अध्ययन कर रही संस्था सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि 101वें सप्ताह (13-19 फरवरी) 1,01,526 सैंपल की जांच की गई जिनमें 1,755 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वहीं 100वें सप्ताह (6-12 फरवरी) यह आंकड़ा 4,367 था यानी इस सप्ताह 2,612 मामले कम आए हैं। इसी तरह मरने वालों का साप्ताहिक आंकड़ा भी अब 36 से घटकर 25 पर आ गया है। संक्रमण दर भी 2.95 से घटकर 1.73 प्रतिशत रह गई है। कोरोना का असर अब कमजोर पड़ने लगा है।
विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाला साइबर अपराधी : कोरोना काल के दौरान विदेशी नागरिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान की हवाई यात्रा व कोविड रजिस्ट्रेशन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक साइबर अपराधी को STF एवं साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से प्रसन्न होकर पीड़ित विदेशी नागरिकों ने STF व साइबर थाना पुलिस की भूरि-भूरि प्रशंसा कर आभार प्रकट किया है।
विदेशी नागरिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान की हवाई यात्रा व कोविड रजिस्ट्रेशन के नाम पर धोखाधड़ी प्रकरण में यूरोप एवं मध्य अमेरिका निवासी 7 विदेशी नागरिकों ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर ई-मेल पर शिकायत की थी। उनके द्वारा कोविड काल में हवाई टिकट एवं अन्य सुविधाओं हेतु इंटरनेट से ऋषिकेश वाइब्स टूर नामक टूर एजेंसी संचालित करने वाले व्यक्ति से संपर्क किया था। हवाई टिकट, कोविड रजिस्ट्रेशन एवं अन्य सुविधाओं के नाम पर लगभग 7,32,527 रुपए लेने के बावजूद टूर एजेंसी ने संबंधित लोगों को हवाई टिकट एवं अन्य सुविधाएं प्रदान नहीं कीं।