नीमच। गत दिनों दिल्ली में मौजूद निजामुद्दीन मरकज से करीब 10 कोरोना संदिग्ध नीमच आए थ। इन सभी को प्रशासन द्वारा तत्काल होम आइसोलेशन में रख दिया गया था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी लोगों के सेंपल इंदौर भेजे गए थे। इन सभी 10 लोगों की रिपोर्ट शनिवार को जिला स्वास्थ्य विभाग को मिल गई है, इन सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
गौरतलब है कि मरकज में रहे 5 महिला और 5 पुरुष नीमच में भी मिले थे। मामले में जानकारी यह आई थी कि सभी लोग 13 मार्च से 17 मार्च तक निजामुद्दीन मरकज में रहे थे और वहां से 18 मार्च को नीमच आए थे। इसकी खबर नीमच पुलिस को 23 मार्च को लगी, जिसके बाद सभी को तत्काल अलग-अलग होम आइसोलेशन में रख दिया गया था,।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी के सेंपल लिए गए थे। यह तमाम लोग उस समय पुलिस की जानकारी में आ गए थे, जब मरकज का मामला नहीं उठा था। जमात के 10 लोग रुड़की उत्तराखंड से 13 तारीख को निकले थे जो निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर 7:30 बजे पहुंचे। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से टेंपो से मरकज 10 लोग गए, वहां पर 13 तारीख से 17 तारीख तक रुके। उसके बाद 17 तारीख को 10 बजे रात्रि नीमच के लिए देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन से रवाना हुए, जो 18 तारीख को दोपहर एक बजे नीमच पहुंचे, जहां से स्टेशन से टेंपो द्वारा छोटी मंडी मस्जिद पहुंचे। ये सभी वहीं रुके हुए हैं।
इस मामले में सबसें खास बात यह रही कि जिला कलेक्टर जितेंद्रसिंह राजे और एसपी मनोज रॉय ने नीमच में कोरोना के खिलाफ जो मोर्चा संभाला है, वो तारीफ के लायक है। उन्हीं की तत्परता ने मरकज का खुलासा होने से पहले इस मामले को अपने संज्ञान में ले लिया और तमाम लोगों को तत्काल अलग-अलग होम आइसोलेशन में भेज दिया।
गौरतबल है कि ये जमात के 10 लोग इस समय प्रशासन की निगरानी में हैं और अभी तक इनमें किसी प्रकार के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। वैसे प्रशासन की सजगता और लगातार समझाइश के चलते नीमच में अब तक कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला है, जो जिले के लिए एक अच्छी खबर है। इस मामले में एएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि पुलिस अधीक्षक मनोज रॉय के निर्देशन में पूरा पुलिस महकमा अलर्ट है।