जम्मू। जम्मू कश्मीर और लद्दाख कोरोना वायरस की दहशत में है। एक संदिग्ध की मौत हो चुकी है तथा एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दहशत इतनी है कि जिस गांव के संदिग्ध की मौत हुई हे उसके गांव को ही सील कर दिया गया है जबकि जम्मू में इसके बड़े पैमाने पर फैलने की दहशत के चलते अमरनाथ यात्री निवास को ही आइसोलेशन वार्ड में में तब्दील कर दिया गया है।
लद्दाख में कोरोना वायरस के एक संदिग्ध की रविवार को मौत हो गई। यह मरीज 26 फरवरी को ईरान से लौटा था। वहीं जम्मू जीएमसी में भर्ती महिला की मेडिकल रिपोर्ट भी पॉजिटिव बताई जा रही है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जम्मू के व्यस्त सरवाल और सतवारी क्षेत्र में 400 से अधिक लोगों को अपनी निगरानी में ले लिया है। वहीं सरकारी व निजी स्कूलों के बाद 31 मार्च तक जम्मू-कश्मीर के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद कर दिया गया है।
जम्मू संभाग में कुल तीन संदिग्धों को जीएमसी जम्मू और भवगती नगर में स्थित यात्री निवास में बनाए गए विशेष आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महिला के टेस्ट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में भेजे गए थे।
यह महिला सरवाल इलाके में रहती थी। जैसे ही महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर मिली, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और विभाग ने इस पूरे इलाके के अलावा सतवारी के 400 लोगों को अपनी निगरानी में ले लिया। यह महिला ईरान से कुछ दिन पहले ही लौटी थी।
इस बीच केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कोरोना वायरस से दो मरीजों के संक्रमित पाए जाने के एक दिन बाद एक संदिग्ध अली मोहम्मद की (73) की मौत एनएनएम अस्पताल लेह में हो गई। इस मरीज के सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे गए हैं। मृतक ईरान से 26 फरवरी को लौटे उसी दल का हिस्सा था, जिसके दो सदस्य पहले से संक्रमित पाए गए हैं और उनका उपचार लेह अस्पताल में चल रहा है।
इस बीच, जिला प्रशासन ने अली मोहम्मद के गांव चुचोट की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया है। अब उनके परिवार और अन्य ग्रामीणों का परीक्षण किया जा रहा है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि लेह के स्थानीय सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में इलाज करा रहे 65 और 75 साल के दोनों पीड़ितों की हालत स्थिर है। वहीं जम्मू में जीएमसी अस्पताल में रविवार को इटली से लौटे चार लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इस बीच यहां भर्ती कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मरीज हाई वायरल से पीड़ित बताए गए हैं।
जम्मू में कोरोना वायरस की आशंका के चलते अब स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर भगवती नगर स्थित यात्री निवास को आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया है। इसका मकसद अगर अधिक संख्या में मरीज आते हैं तो उन्हें अलग से यहां पर भर्ती करना है। इसके अलावा गांधीनगर अस्पताल, सरवाल अस्पताल में भी अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं।
यात्री निवास में आइसोलेशन वार्ड बनाने का फैसला उस समय हुआ था जब दो संदिग्ध मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए। उनकी प्रारंभिक जांच में भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के बाद रातों रात वार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले स्वास्थ्य विभाग जीबी पंत अस्पताल में आइसोलेशरन वार्ड बनाने पर विचार कर रहा था, लेकिन यह अस्पताल कैंटोनमेंट के दायरे में आता है। इसके बाद विभाग ने यात्री निवास में ही आइसोलेशन वार्ड बनाने का फैसला किया।