यह नई मुसीबत यह है कि कोरोना ने अब किसी गिरगिट की तरह अपना रंग बदल लिया है।
दरअसल, कोरोना वायरस को लेकर अब तक जो लक्षण सामने आ रहे थे, उन्हीं आधार पर मरीजों का इलाज किया जा रहा था, लेकिन अब इसने अपनी चाल ही बदल दी है। इसके पहले कोरोना वायरस के लक्षण सर्दी, खांसी, तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ होना थे। लेकिन अब कुछ मामलों में लक्षण यानी सिम्पटम्स बदल गए हैं।
अब कोरोना वायरस के नए लक्षण (New Symptoms of Coronavirus) सामने आ रहे हैं, जो पैरों में दिख रहे हैं, खासकर बच्चों और जवान लोगों के पैरों में। डॉक्टर भी नए लक्षणों को लेकर पशोपेश में हैं। नए लक्षणों में मरीजों में पैर के अंगूठों में घाव नजर आ रहे हैं, जैसे किसी कीड़े या मकड़ी ने काट लिया हो।
हालांकि यह लक्षण इसके सबसे पहले मार्च के महीने में इटली में एक 13 साल के बच्चे के पैर में नजर आए थे। लेकिन अब ये लक्षण अमेरिका में कई कोरोना मरीजों में दिखने लगे हैं, जिसकी वजह से वहां डॉक्टर अब इसे लेकर नए तरीके से सोचने लगे हैं।
नए लक्षणों का नाम 'कोविड टोज़'
इस नए लक्षण को डॉक्टरों ने 'कोविड टोज़' (Covid Toes) नाम दिया है। ये लक्षण काफी हद तक उन लोगों में दिखने वाले लक्षणों जैसे हैं जो बेहद ठंडे इलाकों में रहते हैं। सर्दियों में उनके पैरों में ऐसे ही निशान दिखते हैं, जिनमें जलन होती है। इटली में ऐसे बच्चों में कोरोना वायरस के और कोई लक्षण नहीं दिखे थे। इस पर बहुत सारे त्वचा रोग विशेषज्ञ काफी दिनों से इसे लेकर खोज कर रहे हैं।
अब तक ऐसे थे कोरोना लक्षण
अब तक कोरोना के मरीजों में कफ, सर्दी, बुखार, गला सूखना, थकान महसूस होना, खांसी आना और सांस लेने में तकलीफ को ही नोटिस किया जा रहा था, लेकिन बाद में कुछ मरीजों में अचानक सूंघने की क्षमता खत्म हो जाना, किसी चीज के खाने का स्वाद गायब हो जाना और आंखें गुलाबी होने जैसे लक्षण नजर आने लगे। और अब पैर के अंगुठे और उंगलियों में ऐसे निशान नए लक्षण हैं। अब मेडिकल टीमें और डॉक्टर लक्षणों को लेकर नए तरीके से सोच रहे हैं। कुल मिलाकर रंग बदलकर कोरोना ने दुनिया की तकलीफ और बढा दी है।