कोरोना की पहली लहर में लगभग 130 दिनों में 80 लाख लोग कोरोना के शिकार हुए थे तो दूसरी लहर में 19 दिसंबर से 4 मई तक मात्र 136 दिनों में 1 करोड़ से ज्यादा संक्रमित मिले। 4 मई से 18 मई तक 14 दिनों में मरीजों की संख्या में 50 लाख का इजाफा हुआ। इसके बाद कोरोना की रफ्तार कम हुई और देश में 36 दिन में 50 लाख कोरोना मरीज मिले।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए। 4 मई को संक्रमितों की संख्या 2 करोड़ के पार हो गई। 18 मई को देश में 2.5 करोड़ से ज्यादा कोरोना संक्रमित हो गए। 23 जून को संक्रमितों का आंकड़ा 3 करोड़ के पार हो गया।
इस तरह आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पहले 230 दिनों में संक्रमितों की संख्या 50 लाख थी, 50 लाख से 1 करोड़ पहुंचने में 94 दिन लगे। कोरोना ने 1 करोड़ से 1.5 करोड़ का सफर 121 दिन में तय किया। इसके बाद मात्र 15 दिन में संक्रमितों की संख्या 2 करोड़ पार कर गई। 2 करोड़ से 3 करोड़ का सफर 50 दिन में तय हो गया।