दवा निर्माता की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि डॉ. रेड्डीज ने दिसंबर 2021 में डीसीजीआई को अनुमोदन के लिए अपना आवेदन प्रस्तुत किया था जिसके लिए रूस में नैदानिक परीक्षण के आंकड़ों के अलावा भारत में एक खुराक वाले स्पूतनिक लाइट टीके के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के आंकड़े दिए गए थे। स्पूतनिक लाइट एक, एकल खुराक वाला टीका है और दो खुराक वाले 'स्पुतनिक वी' टीके के पहले घटक पुन: संयोजक मानव एडेनोवायरस सीरोटाइप संख्या 26 (आरएडी 26) के समान हैं।
इसमें कहा गया कि स्पूतनिक लाइट वैक्सीन कोविड-19 के खिलाफ भारत के राष्ट्रीय टीकाकरण प्रयास के हिस्से के रूप में डीसीजीआई द्वारा अनुमोदित किया जाने वाला नवीनतम टीका है। स्पूतनिक लाइट भारत में डॉ. रेड्डीज द्वारा उपलब्ध कराया जाने वाला दूसरा कोविडरोधी टीका है, जो महामारी के खिलाफ लड़ाई में हर रास्ते तलाशने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
स्पूतनिक लाइट को अर्जेंटीना, संयुक्त अरब अमीरात, फिलीपींस और रूस सहित दुनियाभर के 30 से अधिक देशों में स्वीकृत किया गया है। सितंबर 2020 में डॉ. रेड्डीज ने 'स्पूतनिक वी' के नैदानिक परीक्षण करने और भारत में टीका वितरित करने के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के साथ भागीदारी की। डीसीजीआई ने अप्रैल 2021 में भारत में आपातकालीन स्थिति में सीमित उपयोग के लिए दो-खुराक वाले 'स्पूतनिक वी' टीके को मंजूरी दी थी।