नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोनावायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेसिंग की तमाम अपीलों के बाद भी इसकी गति लगातार बढ़ रही है। इसके एकमात्र इलाज अब वैक्सीन ही नजर आ रहा है। इधर अमेरिका में कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हुई और दूसरी ओर इंटरनेट पर नकली कोरोना वैक्सीन की बाढ़ आ गई।
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में इससे पहले भी नकली मास्क, नकली सेनेटाइजर से लेकर ऑक्सीजन लेवल चेक करने वाले नकली ऑक्सीमीटर एप तक बाजार में आ चुके हैं। भारत सरकार इस संबंध में लोगों को चेतावनी भी जारी कर चुकी है। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश में तो नकली प्लाजमा चढ़ाने की वजह से कोरोना संक्रमित की मौत भी हो चुकी है।
हाल ही में विश्व की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने एक बयान में कहा था कि इस माह के अंत तक देश में कोरोना वैक्सीन (Coronavirus vaccine) के आपात इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है और जनवरी से यहां टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है। ऐसे में नकली टीके से सावधान रहने की आवश्यकता है।