देश में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था। 6 अप्रैल तक जांच की संख्या दस हजार थी। इसके बाद वायरस के मामले बढ़ने के साथ ही नमूनों की जांच में भी तेजी आई। 7 जुलाई को नमूनों की जांच संख्या एक करोड़ को छू गई और इसके बाद तेजी से बढ़ती गई और 17 सितंबर को 6 करोड़ का आंकड़ा पर कर लिया।